नेपालमे हुए २ दिनके गेंजी आंदोलन में जान गंवाने वालों को शहीद घोषित करने का निर्णय लिया गया है। गृह मंत्री ओम प्रकाश आर्यल ने बताया कि गेंजी को शहीद घोषित करने का निर्णय आज मंत्रिपरिषद विस्तार के बाद हुई बैठक में लिया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि मृतकों का अंतिम संस्कार राष्ट्रीय सम्मान के साथ करने तथा 1 जनवरी को शोक मनाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि मृतकों के परिवारों को दस लाख रुपये की सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया है, जो पहले ही दी जा चुकी है, तथा अन्य खर्चों के लिए 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।
यह धनराशि वित्त मंत्रालय के माध्यम से जारी की जाएगी और संबंधित जिला प्रशासन कार्यालय के माध्यम से वितरित की जाएगी।
आर्याल ने बताया कि आज की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सरकार दूरदराज के जिलों में जान गंवाने वालों के परिवहन और हवाई यात्रा का खर्च वहन करेगी।
घायलों का मुफ़्त इलाज जारी रखने का भी निर्णय लिया गया है। इसी तरह, आज की बैठक में गेंजी आंदोलन के दौरान कथित दमन की जाँच के लिए एक न्यायिक जाँच आयोग बनाने का भी निर्णय लिया गया है।
आर्यल ने कहा कि जिन गेंजियों ने अपनी जान गंवाई उनकी याद में गेंजी जागृति स्मारक पार्क बनाने और उसके लिए जगह तलाशने का निर्णय लिया गया है।